📚 नन्हे मुन्ने लर्न - मजेदार बाल कविताएँ 🎨
बच्चों के लिए शिक्षाप्रद और मनोरंजक हिंदी कविताएँ
अच्छा बच्चा

सुबह जल्दी उठ जाता हूँ,
दाँतों को ब्रश करवाता हूँ।
स्कूल का बस्ता तैयार रखूँ,
माँ-पापा का कहना मानूँ।
भोजन करूँ समय से रोज़,
होमवर्क भी करूँ नित रोज़।
झूठ न बोलूं, न सताऊँ,
सच्चा बच्चा कहलाऊँ।
सभी से व्यवहार अच्छा हो,
हर दिन मेरा सुन्दर हो।
✨ यह कविता बच्चों को अच्छे संस्कार और दिनचर्या सिखाती है।
चाँद की सैर

रात को सोते-सोते सोचा,
क्यों न चाँद पे चलूँ मैं टोपा।
चुपके से उड़नखटोले में,
पहुंचा तारों की टोली में।
चाँदनी बिछी थी चाँद पे,
सपनों जैसे राजमहल में।
नाचते थे तारे सभी,
मुस्कुरा रहा था चाँद अभी।
नींद खुली तो घर में था,
पर दिल अब भी चाँद पे था।
✨ बच्चों की कल्पनाशक्ति को उड़ान देने वाली रचना।
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